भीष्म गर्मी को देखते हुए पौधो की देखभाल के लिए हुई चर्चा।

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जय मधुसूदन जय श्री कृष्ण फाउंडेशन के संस्थापक और वरिष्ठ सलाहकार समिति की बैठक भगवान परशुराम भवन सेक्टर 37 चंडीगढ़ में संस्थापक श्री प्रभुनाथ शाही की अध्यक्षता में हुई। आज के बैठक में भीषण गर्मी को देखते हुए पौधों की देखरेख और उनकी हरियाली बनाए रखने पर विशेष चर्चा हुई और उपस्थित सभी सदस्यों ने अपने विचार रखे। प्रभुनाथ ने बताया कि पिछले वर्ष भी फाउंडेशन की तरफ से पूरे ट्राइसिटी में गर्मियों के दिनों में पौधे बचाओ मुहिम चलाया गया था जिसमें बहुत अच्छी जनभागीदारी रही और लोगों ने पौधों के साथ-साथ पक्षियों के दाना पानी के कार्यक्रम में भी आगे आए थे। इस वर्ष भी अगले एक से डेढ़ माह तक हमें अपने आसपास लगाए हुए पेड़ पौधों की देखरेख करनी बहुत जरूरी है। इस मौसम में पौधों में पानी देने का समय का विशेष ख्याल रखना चाहिए और दोपहर भीषण गर्मी में पानी देना बिल्कुल व्यर्थ है , पानी का समय सुबह और शाम रखना चाहिए और अत्यधिक पानी देना भी जरूरी नहीं है। पौधों के आसपास मल्चिंग नमी को बनाए रखने में बहुत सहायक है अतः सूखे पत्तों को पेड़ों के जड़ों के आसपास फैलाया जा सकता है। इस मौसम में पेड़ों की छटाइ और मिट्टी की गुड़ाई से परहेज रखना चाहिए जब तक बिल्कुल जरूरी नहीं हो। संस्था के वरिष्ठ सलाहकार श्री यशपाल तिवारी ने गिरते भूजल स्तर पर चिंता व्यक्त की और बताया कि हमें अपने नर्सरी और घरों में पौधों की देखरेख के लिए टर्सरी वाटर का विशेष प्रबंध करना चाहिए और प्रशासन को भी पानी बचाने के ऊपर काम करना चाहिए तथा रेन हार्वेस्टिंग पर विशेष जोर देना चाहिए जिससे गिरते भूजल स्तर को बचाया जा सके। अंत में प्रभु नाथ ने बताया कि पूरे इस महीने पर्यावरण प्रेमियों से लेकर पौधों से संबंधित काम करने वाले मालियों को भी पौधों के रखरखाव की जानकारी दी जाएगी।

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